Monday 20 April 2020

Jaan Hai To Jahan Hai ....!!

110th BLOG POST -->>
       कोरोना वायरस के परीक्षण और अशांति के समय में आप सबको प्यार और अभिवादन....।।
At Monuments of the Sayyid dynasty in 2018.
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का खतरा मंडरा रहा है। कोरोना वायरस के प्रसार के बीच भारत ने 21 दिनों के लॉकडाउन के बाद अब अगले 19 दिनों के लिए लॉकडाउन में रखा गया है, हमें सरकार के निर्देशों का सख्ती से पालन करने की जरूरत है। दूसरी ओर, लॉकडाउन के कारण, हर कोई अपने घरों में कुछ रचनात्मक कार्य अपना रहा है। मैं कुछ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर छात्रों के साथ शिक्षण और बातचीत करके अपना समय बिता रहा हूं और कुछ भूले बिसरे मित्रो से संपर्क करने का प्रयास भी कर रहा हूँ ।
कुछ दिन पहले हॉलीवुड अभिनेत्री और निर्माता Vanessa से मेरी whatsapp पर बात हुई तो पता चला की सुपरपावर देश यूनाइटेड स्टेट्स अमेरिका की हालत क्या हैं। सुपर पावर माने जाने वाले अमेरिका की हालत बहुत चिंताजनक है। उन्होंने बताया की लोगों को दवा / उपचार नहीं मिल रहा है। लोग इलाज के लिए इतने लाचार हैं।  उसने मुझे कुछ हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन भेजने के लिए भी कहा। लेकिन यहा से lockdown में भेजना असंभव था फिर मैंने भारत से अमेरिका भेजी गयी हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के बारे में बताया। वह एक अफ्रीकी देश नाइजीरिया में लॉकडाउन से वही एक होटल रूम में बंद हैं। अमेरिका ने इस संकट के दौरान बहुत कम लोगों को एयरलिफ्ट किया है। भारत एकमात्र देश है जिसने इस कोरोना संकट में बड़े पैमाने पर एयरलिफ्ट किया। लोगों को ईरान, रोम, चीन और इटली से बचाया गया है, जिनमें से कुछ कोरोना (सीओवीआईडी ​​-19) की चपेट में थे। नागरिकों की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है, विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण समय में और दुनिया कोरोना वायरस-पीड़ित देशों से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए प्रशंसा कर रही है। भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच प्रयास में बहुत अंतर है। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, भारत अब तक अच्छा कर रहा है और इस संकट में भी दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। अमेरिका और विश्व के अन्य देशों से भारत की तुलना करें और देखें कि हम कहां हैं। इलाज के रूप में भारत दुनिया को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन दे रहा है। नेवर फॉरगेट इंडिया इज ग्रेट। भारत "वसुधैव कुटुम्बकम" के दर्शन में विश्वास करता है, जिसका अर्थ है कि पूरा विश्व एक ही परिवार है। 
WhatsApp Chat Screen Shot
हालाँकि इस whatsapp पर बातचीत के दोरान कुछ बुरी खबर भी सुनने को मिली की इस कोरोना वाइरस से इनके कुछ मित्रोँ की मौत हो गयी और जो कुछ इस चपेट में है उन्हें इलाज नहीं मिल रहा है। ऐसे लोंगो को घर पर रहने के लिए भी कहा जा रहा हैं। जब भी हमें किसी बुरी खबर के बारे में चेतावनी दी जाती है, तो हम हमेशा ईश्वर से प्रार्थना करना शुरू कर देते हैं कि हम कुछ ऐसा न सुनें जिसकी हम भरपाई या मरम्मत नहीं कर सकते। जीवन में बहुत सी चीजें हैं जो मरम्मत या भरपाई योग्य हैं और कुछ ऐसी भी हैं जिन्हें हम पहले की तरह नहीं बना सकते है। ज़िन्दगी में कभी-कभी अप्रिय घटनाएँ होती है। सबसे बुरी खबर जो किसी को सुनाई जा सकती है वह किसी की मृत्यु के बारे में है। नहीं नहीं बिल्कुल नहीं, यह केवल किसी के बहुत करीबी की मृत्यु के बारे में नहीं है, उस समय भले ही आप सुनें कि आपका शत्रु / दुश्मन नहीं रहा है या फिर आप उसको जानते ही नहीं हो, उसके बारे में ऐसा सुनके  आपको बुरा लगता है। क्योंकि आप कभी किसी के मरने की कामना नहीं करते। हां, हम कुछ ऐसे लोगों को, पड़ोसी को, रिश्तेदार को या सरकारी कर्मचारियों को कोसते हैं जो हमें या किसी अन्य को परेशान करते हैं लेकिन फिर भी जब हम सुनते हैं कि वो बदमाश / शैतान अब इस प्रथ्वी लोक पर नहीं रहा, तो हमें बुरा लगता है। मृत्यु अपरिवर्तनीय है और ऐसा डरावना विचार है जिसे वापस नहीं लाया जा सकता है। इस तथ्य को पचाना हमेशा कठिन होता है। लेकिन फिर भी जो सबसे बुरा हुआ वो आपको स्वीकार करना होगा।
हर किसी की विचारधारा और मानसिकता में अंतर होता हैं जिसके कारण इन रिश्तों में विवाद हो जाते हैं कोई भी विवाद मत भिन्नता के कारण नहीँ, मानसिकता में अंतर के कारण होता हैं कलहपूर्ण मानसिकता शुभ को भी अशुभ बना देती है और सुलहपूर्ण मानसिकता अशुभ को भी शुभ में परिवर्तित कर देती है। अगर आप मुझसे पूछे कि अगर मेरा कोई शत्रु है तो उसके लिए में क्या चाहूँगा? मेरे शत्रुओं / दुश्मनों के लिए सबसे बुरी बात यह है कि मैं उन्हें अपने जीवन भर संघर्ष करते देखना चाहता हूं लेकिन मैं उनकी मरने की दुआ कभी नहीं करूंगा। नहीं, कभी नहीं। आप अपने आसपास किसी भी रिश्ते को देखिये, आप ऐसी कामना नहीं करंगे। जब कोई आपसे नाराज हो जाये या आपके प्रयास के बाद भी बात ना करे तो बहुत बुरा लगता हैं। जब किसी के साथ एक रिश्ता टूट जाता है तो सबसे बुरा यह होता है कि कोई दोस्त को, भाई को, प्रेमी को या उनको जिससे जो रिश्ता टुटा है उसको कोसता है कि वह उसे एक संघर्षपूर्ण दौर में देखना चाहेगा। लेकिन इन सभी प्रकार के रिश्तो को लेकर हम कभी नहीं कहते हैं कि मैं आपको किसी दिन मृत देखना चाहता हूं। यह सत्य है कि यह कहना सबसे बुरा है जो कोई भी कह सकता है। और अगर कोई यह कहता है तो मैं कहूंगा कि वह समाज का एक बहुत ही खतरनाक पहलू है, उसे जांच के दायरे में रखा जाना चाहिए क्योंकि यदि कोई इस स्तर तक हृदयहीन है, तो वह किसी भी समय किसी को भी नुक्सान पहुचा सकता है। एक पल के लिए कल्पना कर के देखना, सफेद बिस्तर की चादर में लिपटे हुए किसी व्यक्ति की कल्पना करना कितना मुश्किल है, जैसे नथुने के अंदर कपास की कलियों के साथ, एक पीला पीला शरीर, भावनाहीन, आँखें फिर से कभी नहीं खोलने के लिए बंद हो गईं आदि आदि ।
मुझे याद है किसी क्लासिक चलचित्र में हीरो से पुछा जाता है कि “अगर आपको भगवन से मिलने का मौका मिले तो आप उनसे क्या मांगोगे ?"  उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा होगी, "हे भगवान, कृपया मेरे माता-पिता को कभी भी मरने न दें जब तक कि मैं पृथ्वी पर जीवित हूं"। यह सुनकर हॉल में ताली और चीख की गूँज के साथ गरज-भरी प्रतिक्रिया हुई। मुझे यह देखकर बहुत खुशी हुई।
मौत हर किसी को डराती है, मुझें भी डराती है लेकिन मुझे इस तरह डराती है कि जिन लोगों को मैं जानता हूं, उनकी मुझे फ़िक्र हैं। एक दोस्त ने मुझे बताया कि कैसे उसके एक मित्र ने आत्महत्या की, मैं इस बारे में सोचने के बजाय किसी और चीज़ पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पा रहा था कि कोई ऐसा क्यों करेगा जिसके कारण दूसरे लोग कभी भी अपनी इच्छाओं को पूरा नहीं कर सकते हैं जो केवल उनके साथ कल्पना की जाती है। अगर मैं अपने आसपास कुछ लोगों को खो देता हूं या नाराज होकर मुझसे दूर चले जाते हैं और बातचीत नहीं करते हैं, तो मेरा जीवन हमेशा अधूरा रहेगा। हालांकि मैं आगे बढ़ूंगा लेकिन मुझे हमेशा लगेगा कि जिंदगी में कुछ गायब है।
हम जिसको चाहतें है, जिन्हें प्यार करते है, जिनको दोस्त कहते है, जिनके साथ हमारी भावनाये जुड़ीं हुईं है, जिन मशहूर हस्तियों से हम प्यार करते हैं, जिन दिग्गजों को हम पहचानते हैं, जिन गायकों को हम सुनते हैं, जिन कलाकारों को हम पसंद करते हैं, हम हमेशा उनके लिए लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं। हम कभी नहीं चाहते कि उनकी रचनात्मकता स्तर गिराए, उनको भावनात्मक चोट पहुचाएं। हम हमेशा चाहते हैं कि वे अपने स्तर का प्रसार करें और उस कलात्मकता की संख्या में वृद्धि करें जो वे करने में सक्षम हैं।
Moments of the Vegas, Dwarka
 हर बार जब मैं अकेला होता हूं, मैं उन सभी क्षणों के विचार में खो जाता हूं जब वो मेरे सम्पर्क में थे। मैं जिसे खो चुका हूं, वो जब याद आये तब उसके लिए चीखना चिल्लाना तो नहीं कर सकता लेकिन मैं यह सब बता सकता हूं कि वह कोई बहुत खास था। किसी का अस्तित्व वापस नहीं लौट सकता ना ही कोई और उसकी जगह हो सकता है, हम उसे केवल किसी ओर में देख सकते है। चरित्र, व्यक्ति, जीवित इकाई अद्वितीय और अमर बनी हुई है। इसे किसी और के द्वारा प्रतिस्थापित नहीं किया जा सकता है। अगर किसी के जाने के बाद की यादें बनी हुई हैं तो यही एकमात्र मानदंड है जो हमें यह महसूस कराता है कि जो भी चला गया है वह हमारे करीब कहीं रहता है, हमारे पास रहता है और जो भी स्थिति आती है उसमें हमेशा हमारे साथ खड़ा रहता है। मुझे आशा है कि आत्मा हर अच्छे और निर्दोष की शांति में रहती है जिसने पृथ्वी को छोड़ दिया है। ईश्वर उन सभी को स्वर्ग का आशीर्वाद दे। मौत डरावनी है और अब से यह मुझे सबसे ज्यादा डराता है लेकिन मेरी नहीं बल्कि दूसरों की जो मेरे अपने है, दोस्त है जिन्हें मैं प्यार करता हूँ और चाहता हूँ। आशा करते है कि कोरोना वायरस जल्द ही नियंत्रण में होगा
आप सभी सपरिवार सुरक्षित और स्वस्थ रहें....।।

Thanks

Parveen Kumar Sahrawat



3 comments:

Renu said...
This comment has been removed by the author.
Renu said...

Awesome.....has given a very good message to people through yours words...you write very well...all the best.👍🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳

Parveen Kumar Sahrawat said...

Thank you Renu for giving a look on this post. I'm trying to give message based on my own experience. Good to know you liked this my views.

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