94th BLOG POST -->>
शहीद दिवस पर शत् शत् नमन |
जहाँ संस्कृति को लोकगाथाओं में पढ़ाया जाता हो,
जहाँ लोकगाथाओं को टोल बनाकर गाया जाता हो,
जहाँ टोल बनाकर देश के लिए फांसी चढ़ जाया जाता हो,
जहाँ दर्द को प्रसाद की तरह बांटकर निपटाया जाता हो,
जहाँ शादी ब्याह को भी त्याहोर की तरह मनाया जाता हो,
जहाँ त्योहारों को बावलियत की हद तक मनाया जाता हो,
ऐसे देश के शहीदों को प्रणाम,
व् देश के बावलों को बावले त्याहोर होली की शुभकामनाओं सहित
प्रवीन सहरावत की राम राम,
भारत माता की जय||
धनयवाद
जहाँ टोल बनाकर देश के लिए फांसी चढ़ जाया जाता हो,
जहाँ दर्द को प्रसाद की तरह बांटकर निपटाया जाता हो,
जहाँ शादी ब्याह को भी त्याहोर की तरह मनाया जाता हो,
जहाँ त्योहारों को बावलियत की हद तक मनाया जाता हो,
ऐसे देश के शहीदों को प्रणाम,
व् देश के बावलों को बावले त्याहोर होली की शुभकामनाओं सहित
प्रवीन सहरावत की राम राम,
भारत माता की जय||
धनयवाद
होली की शुभकामनाएं |
Parveen Kumar Sahrawat
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